आज हम बात करेंगे सोर्स नेचुरल फूड्स एंड हर्बल सप्लीमेंट्स की, जो हेल्थ प्रोडक्ट्स के साथ-साथ अब ग्रीन एनर्जी सेक्टर में भी कदम रख चुकी है। कंपनी ने हायनर ब्रांड के तहत सोलर प्रोजेक्ट्स शुरू किए हैं और ₹52 करोड़ के कॉन्ट्रैक्ट्स हासिल किए हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्या यह स्ट्रैटेजिक मूव निवेशकों के लिए फायदेमंद साबित होगा? आइए, पूरी जानकारी के साथ समझते हैं।

स्टॉक परफॉरमेंस
- 1 हफ्ते: +6.34% (शॉर्ट-टर्म में तेजी)
- 6 महीने: -25.8% (मार्केट करेक्शन का असर)
- 1 साल: +71.3% (लॉन्ग-टर्म निवेशकों को मजबूत रिटर्न)
करंट प्राइस: ₹183.15 (27 मार्च 2025 को 20% अपर सर्किट)
मार्केट कैप: ₹117.89 करोड़
ग्रीन एनर्जी में क्या है प्लान?
कंपनी ने सोलर एनर्जी के क्षेत्र में विस्तार किया है:
2.25 मेगावाट का ग्राउंड-माउंटेड सोलर प्लांट (कर्नाटक में)
2 मेगावाट के अतिरिक्त प्रोजेक्ट्स (ओडिशा और अन्य राज्यों में)
₹52 करोड़ के EPCC कॉन्ट्रैक्ट्स (तमिलनाडु, गुजरात, मध्य प्रदेश समेत 7 राज्यों में)
यह कदम भारत की क्लीन एनर्जी योजना के साथ जुड़ा हुआ है। अगर कंपनी इन प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक पूरा करती है, तो भविष्य में ग्रोथ की संभावनाएं मजबूत हो सकती हैं।
प्रमोटर्स और पब्लिक की होल्डिंग
श्रेणी | दिसंबर-24 | सितंबर-24 | जून-24 |
---|---|---|---|
प्रमोटर्स | 74.40% | 74.40% | 74.40% |
पब्लिक | 25.60% | 25.60% | 25.60% |
FII और DII की होल्डिंग अभी शून्य है, जिसका मतलब है कि इंस्टीट्यूशनल निवेशकों को अभी इस स्टॉक में दिलचस्पी नहीं हुई है।
फायदे और चुनौतियाँ
फायदे
- ग्रीन एनर्जी सेक्टर में भारी ग्रोथ की संभावना
- सरकार की रिन्यूएबल एनर्जी पॉलिसी का सपोर्ट
- ₹52 करोड़ के ऑर्डर बुक से रेवेन्यू स्थिरता
चुनौतियाँ
- स्टॉक में अधिक उतार-चढ़ाव (6 महीने में गिरावट)
- नए सेक्टर में एंट्री, इसलिए एक्जीक्यूशन रिस्क
- कम लिक्विडिटी (FII/DII की कमी)
निष्कर्ष
अगर आप हाई-रिस्क, हाई-रिटर्न वाले स्टॉक्स में विश्वास रखते हैं, तो यह एक दिलचस्प विकल्प हो सकता है। हालांकि, शॉर्ट-टर्म ट्रेडर्स को इसकी वोलेटिलिटी से सावधान रहना चाहिए। कंपनी के क्वार्टरली रिजल्ट्स, प्रोजेक्ट अपडेट्स और इंस्टीट्यूशनल निवेश पर नजर बनाए रखें। अगर ग्रीन एनर्जी बिजनेस अच्छा परफॉर्म करता है, तो यह स्टॉक लॉन्ग-टर्म में अच्छा रिटर्न दे सकता है।
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न किDr NiveshIt" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।