अगर आप स्टॉक मार्केट में निवेश करते हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स की कंपनी वेसुवियस इंडिया लिमिटेड ने निवेशकों के लिए दोहरी खुशखबरी सुनाई है स्टॉक स्प्लिट और मोटा लाभांश। आइए, विस्तार से समझते हैं कि यह निर्णय निवेशकों को कैसे फायदा पहुंचा सकता है।

स्टॉक स्प्लिट क्या है?
स्टॉक स्प्लिट का मतलब है एक शेयर को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटना। वेसुवियस इंडिया ने 10:1 के अनुपात में स्टॉक स्प्लिट की घोषणा की है। इसका मतलब:
- पहले: 1 शेयर = ₹10 अंकित मूल्य
- अब: 10 शेयर = ₹1 अंकित मूल्य (प्रत्येक)
स्टॉक स्प्लिट क्यों किया जाता है?
- शेयर की कीमत कम दिखे, ताकि छोटे निवेशक भी खरीद सकें।
- बाजार में तरलता (लिक्विडिटी) बढ़े, जिससे शेयर की खरीद-बिक्री आसान हो।
लाभांश की बड़ी घोषणा
कंपनी ने ₹14.50 प्रति शेयर का लाभांश देने का भी ऐलान किया है, जो 145% के भुगतान के बराबर है।
- रिकॉर्ड डेट: 1 मई 2025 (इस तारीख तक शेयर खरीदने वाले निवेशकों को लाभांश मिलेगा)
- भुगतान तिथि: 8 मई 2025 के बाद।
वेसुवियस इंडिया का बाजार प्रदर्शन
- मार्केट कैप: ₹8,784 करोड़ (बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में शामिल)।
- शुक्रवार का क्लोजिंग प्राइस: ₹4,328.15 (4.07% गिरावट के साथ)।
- 52-सप्ताह का रेंज: ₹3,243.65 से ₹6,000 तक (उतार-चढ़ाव के बावजूद मजबूत प्रदर्शन)।
महत्वपूर्ण जानकारी
फैक्टर | विवरण |
---|---|
स्टॉक स्प्लिट | 10:1 (₹10 → ₹1) |
लाभांश | ₹14.50 प्रति शेयर (145%) |
रिकॉर्ड डेट | 1 मई 2025 |
भुगतान तिथि | 8 मई 2025 के बाद |
क्या अभी निवेश करना चाहिए?
- फायदे:
- स्टॉक स्प्लिट से शेयर की तरलता बढ़ सकती है।
- लाभांश मिलने से निवेशकों को अतिरिक्त रिटर्न मिलेगा।
- सावधानियाँ:
- बाजार में उतार-चढ़ाव हो सकता है, इसलिए जोखिम का आकलन करें।
निष्कर्ष
अगर आपके पोर्टफोलियो में स्मॉल-कैप स्टॉक्स की कमी है और आप मध्यम से लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो वेसुवियस इंडिया एक दिलचस्प विकल्प हो सकता है। स्टॉक स्प्लिट और लाभांश दोनों मिलकर निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर पैदा कर रहे हैं। बाजार में निवेश से पहले अपना शोध जरूर करें और वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।
Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न किDr NiveshIt" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।