इस छुपे रुस्तम Infra Stock ने जीत लिया मार्केट कैप से 180% ज्यादा बड़ा ऑर्डर

Sumit Patel

क्या आप ऐसा स्टॉक ढूंढ रहे हैं जो इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में मजबूत पकड़ रखता हो? मार्कोलाइन्स पेवमेंट टेक्नोलॉजीज (Markolines Pavement Technologies) एक ऐसी कंपनी है जो भारत के हाइवे मेंटेनेंस सेक्टर में 30-35% मार्केट शेयर के साथ अग्रणी भूमिका निभा रही है। इसका ऑर्डर बुक ₹453 करोड़ है, जो इसके मार्केट कैप (₹250 करोड़) से 81% अधिक है। आइए, इस स्टॉक के परफॉरमेंस, फाइनेंशियल्स और ग्रोथ पोटेंशियल को विस्तार से समझते हैं।

Hidden Infra Stock Won 180 Times More From MC

सिंगल डे में 6% की छलांग!

  • पिछले ट्रेडिंग सेशन में, मार्कोलाइन्स पेवमेंट टेक्नोलॉजीज का शेयर प्राइस 6% बढ़कर ₹130.50 प्रति शेयर तक पहुंच गया (पिछला क्लोज ₹122.30)।
  • स्मॉल-कैप स्टॉक्स में उतार-चढ़ाव ज्यादा होता है, लेकिन मजबूत फंडामेंटल वाले स्टॉक लॉन्ग-टर्म में अच्छा रिटर्न दे सकते हैं।

मार्कोलाइन्स पेवमेंट की खासियत

1. हाइवे मेंटेनेंस में मार्केट लीडर

  • 30-35% मार्केट शेयर हाइवे ऑपरेशन्स और मेंटेनेंस (O&M) सेक्टर में।
  • पैन-इंडिया प्रेजेंस के साथ रोड कंस्ट्रक्शन, सॉइल स्टेबिलाइजेशन और टनलिंग जैसी सर्विसेज।

2. मजबूत ऑर्डर बुक और ग्रोथ पाइपलाइन

सेगमेंटऑर्डर बुक (₹ करोड़)
स्पेशलाइज्ड कंस्ट्रक्शन300
मेजर मेंटेनेंस152
कुल453
  • मार्केट कैप (₹250 करोड़) से 81% बड़ा ऑर्डर बुक – यह भविष्य में रेवेन्यू ग्रोथ का संकेत देता है।
  • ₹500 करोड़ के और वर्क ऑर्डर चर्चा के स्टेज में हैं।

3. प्रीमियम क्लाइंट लिस्ट

MPT के क्लाइंट्स में शामिल हैं:

  • L&T, अशोका बिल्डकॉन, इंजीनियर्स इंडिया
  • MMRDA, PWD, सूरत म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन
    सरकारी और प्राइवेट सेक्टर दोनों में कॉन्ट्रैक्ट्स का मतलब है स्टेबल रेवेन्यू।

फाइनेंशियल स्नैपशॉट

  • H1 FY25 की रेवेन्यू: ₹106 करोड़ (H1 FY24 में ₹131 करोड़) – 19% की गिरावट।
  • H1 FY25 का नेट प्रॉफिट: ₹4 करोड़ (H1 FY24 में ₹6 करोड़) – 33% की कमी।
  • शॉर्ट-टर्म में गिरावट दिख रही है, लेकिन मजबूत ऑर्डर बुक और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की ग्रोथ भविष्य में सुधार की संभावना को बढ़ाती है।

क्या स्टॉक वॉचलिस्ट के लायक है?

  • पॉजिटिव पॉइंट्स: मार्केट लीडर, मजबूत ऑर्डर बुक, सरकारी प्रोजेक्ट्स।
  • चुनौतियाँ: हाल में रेवेन्यू और प्रॉफिट में गिरावट, स्मॉल-कैप स्टॉक्स का रिस्क।
  • लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की ग्रोथ को देखते हुए इस स्टॉक पर नजर रख सकते हैं।

Disclaimer: ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों की हैं, न किDr NiveshIt" की। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श करें। निवेश में जोखिम होता है और सही जानकारी के बिना निर्णय लेना हानिकारक हो सकता है।

   
           
   
               
           

मेरा नाम सुमित पटेल है, मैं आर्टिकल राइटिंग के क्षेत्र में पिछले 2 सालों से कार्यरत हूं। शेयर मार्केट के साथ ही साथ मैं टेक, रोजगार और बिजनेस से जुड़ी जानकारी भी रखता हूं। अगर आपको मेरे द्वारा लिखे गए लेख पसंद आते हैं या फिर कोई त्रुटि नजर आती है, तो कमेंट करके हमें उसकी जानकारी जरूर दें। धन्यवाद!

    

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